Success Story: इस किसान ने 15 एकड़ के बाग में उगा डाले रसगुल्ले से भी अधिक मीठे-रसीले आम
Success Story: आम का मौसम आते ही बाजार मिठास और खुशबू से भर जाते हैं। फलों का राजा आम हर साल गर्मी की शुरुआत में आ जाता है। आम की खुशबू से पूरा बाजार महक उठता है। छोटे हों या बड़े, हर कोई आम का स्वाद लेना पसंद करता है। आम का पहला निवाला मुंह में रखते ही दिल खुश हो जाता है और जुबान पर मिठास फैल जाती है। रामपुर में एक किसान के बाग के आम इस बार कुछ अनोखी वजहों से चर्चा में हैं, बावजूद इसके कि हर साल आम की कई नई किस्में (New Varieties) और रंग सामने आते हैं।

रामपुर तहसील सदर के जगतपुर गांव में किसान वीरेंद्र सिंह ने कई तरह के अनोखे आम उगाकर सबको चौंका दिया है। उनके 15 एकड़ के बाग में लंगड़ा, दशहरी, चौंसा, अरुणिमा, अरुणिका और केसर किस्म के आम खूब फल-फूल रहे हैं। इन आमों की खासियत (Specialty of Mangoes) यह है कि पकने के साथ ही ये लाल, बैंगनी और सुनहरे जैसे अलग-अलग रंग ले लेते हैं। वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने केसर किस्म के लिए गुजरात को ऑर्डर दिया है। अपने मीठे स्वाद और खुशबू के कारण यह आम पूरे देश में मशहूर है। पड़ोस के बाजार में बिकने के अलावा उनके बाग से आम जापान और दिल्ली भी भेजे जाते हैं।
छत पर ही उगा सकते हैं रसीले आम
आम के बौने आमों में अरुणिमा और अरुणिका किस्म शामिल हैं। इन्हें छत पर या कंटेनर में उगाना आसान है। अरुणिमा किस्म बनाने के लिए आम्रपाली और सेंसेशन आमों को मिलाया जाता है। यह बड़े, आकर्षक फल देता है जिसमें थोड़ा लाल रंग होता है। एक अनोखी किस्म जो खास तौर पर बागवानों के बीच लोकप्रिय हो रही है, वह है पूसा अरुणिमा। ये आम न केवल अपने स्वाद के कारण बल्कि अपने रंग और रूप के कारण भी अनोखे हैं, जो अपनी ओर ध्यान आकर्षित करते हैं। आम उत्पादन की गुणवत्ता (Production quality) में सुधार के अलावा, वीरेंद्र सिंह की मेहनत और समकालीन तरीकों के इस्तेमाल से अच्छा मुनाफा मिलना शुरू हो गया है।