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Success Story: मिर्च की खेती से अमीर बना किसान सायो, सरकारी योजना के लाभ से पैदा किया भारी मुनाफा

Success Story: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनका उद्देश्य है कि किसान केवल पारंपरिक फसलों तक सीमित न रहें, बल्कि उद्यानिकी, सब्जी और अन्य उच्च मूल्य वाली फसलों की खेती करके अपनी आय बढ़ाएँ और रोजगार के नए अवसर प्राप्त करें। इस पहल के तहत किसानों को आधुनिक तकनीक से खेती करने के लिए उद्यानिकी विभाग द्वारा प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।

Sayo growing high-yield chili under guidance of horticulture department, chhattisgarh
Success story

उद्यानिकी विभाग किसानों को उद्यानिकी फसल और साग-सब्जी की खेती के लिए प्रेरित कर रहा है। विभाग का उद्देश्य है कि किसान अपनी खेती को लाभकारी और टिकाऊ बनाएं, जिससे उनकी आय में निरंतर वृद्धि हो। प्रशिक्षण के माध्यम से (through training) किसानों को फसल चक्र, मिट्टी का पोषण, सिंचाई प्रबंधन, कीट और रोग नियंत्रण के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही उन्हें यह भी सिखाया जाता है कि कैसे आधुनिक उपकरणों और तकनीकों का उपयोग करके अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल प्राप्त की जा सकती है।

तकनीकी प्रशिक्षण से किसानों को मिला नया अवसर

उद्यानिकी विभाग की सहायता से किसानों को यह समझने में मदद मिलती है कि उन्नत तकनीक और वैज्ञानिक तरीकों का पालन करने से उनकी फसल की उत्पादकता और लाभ दोनों बढ़ सकते हैं। विभाग के प्रशिक्षण सत्रों में किसानों को बागवानी, मिर्च, टमाटर, गोभी और अन्य सब्जियों की उन्नत खेती (Advanced cultivation of vegetables) के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया जाता है।

इस प्रयास के परिणामस्वरूप कई किसान अब पारंपरिक फसलों की जगह उद्यानिकी और सब्जी की खेती की ओर बढ़ रहे हैं। इससे न केवल उनकी आय में वृद्धि (Increase in income) हुई है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उत्पन्न हुए हैं।

सायो की सफलता की कहानी (Success Story)

मनौरा विकासखंड के ग्राम केराकोना निवासी किसान सायो इस पहल का सफल उदाहरण हैं। उन्होंने उद्यानिकी विभाग से तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त किया और अपने खेत की मिट्टी और पर्यावरणीय परिस्थितियों की जांच करवाने के बाद मिर्च की खेती प्रारंभ की।

सायो ने अपने 3.6 हेक्टेयर की भूमि में से 0.3 हेक्टेयर भूमि पर मिर्च की खेती शुरू की। उन्होंने स्थानीय बाजार और आसपास की मंडियों में मिर्च की बढ़ती मांग (Increasing demand for chillies) को देखते हुए खेती की योजना बनाई। विभाग द्वारा प्रदान किए गए मार्गदर्शन और तकनीकी सुझावों के अनुसार सायो ने अपने खेत में मिट्टी सुधार, उर्वरक प्रबंधन, सिंचाई तकनीक और कीट नियंत्रण किया।

सायो के अनुसार, पारंपरिक फसलों की तुलना में मिर्च की खेती से उनकी आमदनी दोगुनी हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले फसल वर्ष में वे मिर्च की खेती और अधिक रकबे में करने के लिए पूरी तरह उत्साहित हैं।

उद्यानिकी और मिर्च की खेती का महत्व

मिर्च और अन्य उद्यानिकी फसलें किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ स्थानीय और राष्ट्रीय बाजारों में उनकी पहुँच भी मजबूत करती हैं। यह खेती किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में सहायक है।

सरकारी अधिकारियों का कहना है कि उद्यानिकी विभाग किसानों को न केवल तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करता है, बल्कि उन्हें फसल प्रबंधन और विपणन के सही तरीके भी सिखाता है। इससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली फसल (High-quality crop) और बेहतर मूल्य प्राप्त होते हैं।

सायो जैसे किसानों की सफलता यह दिखाती है कि यदि किसान सही मार्गदर्शन और आधुनिक तकनीक का पालन करें, तो वे कम समय में उच्च आय वाली फसल उगा सकते हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति (financial condition of the family) मजबूत कर सकते हैं।

आगे की दिशा

छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास स्पष्ट संदेश देता है कि किसानों की समृद्धि और आर्थिक सशक्तिकरण राज्य की कृषि नीति की प्राथमिकता है। आने वाले समय में और अधिक किसानों को उद्यानिकी, मिर्च और सब्जी की खेती के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा और उन्हें आधुनिक तकनीकी सहायता (Modern technical support) प्रदान की जाएगी।

इस पहल से किसान पारंपरिक कृषि से आगे बढ़कर आधुनिक, लाभकारी और सतत खेती की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। यह न केवल उनके लिए आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करता है

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