PM SVANidhi Scheme: इस योजना के तहत किसानों को मिलेगी आर्थिक मदद, जानें कैसे करें आवेदन…
PM SVANidhi Scheme: अच्छी खबर यह है कि आप वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं, चाहे आप सैलून, फल और सब्जी की रेहड़ी, रेहड़ी, ठेले या कोई अन्य छोटी कंपनी चलाते हों। राष्ट्रीय सरकार के प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (SVANidhi) कार्यक्रम के तहत आपको बिना किसी गारंटर के 50,000 रुपये तक का लोन मिल सकता है। इसकी खासियत यह है कि लोन चुकाने पर सरकार डिजिटल ट्रांजेक्शन (Government Digital Transaction) पर ब्याज सब्सिडी और रिवॉर्ड देती है।

PM SVANidhi Scheme: यह क्या है?
2020 में, PM SVANidhi Scheme को उन स्ट्रीट वेंडर्स को वित्तीय सहायता (Financial Aid) प्रदान करने के लिए लॉन्च किया गया था, जो कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच परेशानी में थे। शहरी क्षेत्रों में फल और सब्जी की रेहड़ी, ठेले, छोटे व्यवसाय, लॉन्ड्रोमेट, सैलून, पान की दुकान और अन्य प्रकार के व्यवसाय स्थापित करने वाले लोग बिना किसी गारंटी के सरल ऋण के लिए पात्र हैं।
उपलब्ध ऋण राशि कितनी है?
इस पहल के तहत तीन चरणों में 50,000 रुपये तक का कुल ऋण प्रदान किया जाता है:
- पहला ऋण 10,000 रुपये का है और इसे एक वर्ष के भीतर चुकाना होगा।
- दूसरा ऋण: 18 महीने की चुकौती अवधि के साथ 20,000 रुपये तक।
- तीसरा ऋण: 36 महीने की चुकौती अवधि, 50,000 रुपये तक।
इस योजना की क्या अनूठी विशेषताएँ हैं?
- ऋण बिना किसी आश्वासन के दिए जाते हैं।
- जब ऋण समय पर चुकाया जाता है, तो खाते में तुरंत 7% ब्याज सब्सिडी भेजी जाती है।
- ऑनलाइन खरीदारी पर 1,200 रुपये तक का कैशबैक।
- जब ऋण समय से पहले चुकाया जाता है, तो ब्याज सब्सिडी पूरी तरह से चुकाई जाती है।
ऋण कौन प्रदान कर रहा है?
देश भर के सहकारी बैंक, लघु वित्त बैंक, माइक्रोफाइनेंस फर्म और सरकारी और निजी बैंक (Co-operative Banks, Small Finance Banks, Microfinance Firms, and Public and Private Banks) इस कार्यक्रम के तहत ऋण प्रदान कर रहे हैं। भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) इस कार्यक्रम को चलाने का प्रभारी है। नीचे सूचीबद्ध बैंक ऋण प्रदान कर रहे हैं।
- भारतीय स्टेट बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- पंजाब नेशनल बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- केनरा बैंक
- बैंक ऑफ इंडिया
- इंडियन बैंक
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
इन राज्यों को सबसे अधिक लाभ होने वाला है
देश के वे राज्य जहां महानगरीय क्षेत्रों (Metropolitan Areas) में फेरीवालों और ठेले वालों की संख्या सबसे अधिक है, उन्हें PM SVANidhi Scheme से सबसे अधिक लाभ हुआ है। इस कार्यक्रम के तहत अब तक 68 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक लाभ हुआ है। यह कार्यक्रम खास तौर पर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ़ में काफी सफल रहा है। बिना किसी गारंटी के सरल ऋण प्राप्त करके, इन राज्यों में हजारों छोटे व्यवसाय मालिक, फल और सब्जी विक्रेता, हेयरड्रेसर, पान विक्रेता और अन्य असंगठित क्षेत्र के उद्यमी अपने उद्यमों को पुनर्जीवित करने में सक्षम हैं।
किन कागजों की आवश्यकता है?
लोन पाने के लिए कुछ ज़रूरी कागज़ात देने होंगे:
- आधार कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- मनरेगा कार्ड, पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस (कोई एक दस्तावेज़)
- आधार मोबाइल नंबर से जुड़ा होना चाहिए।
कैसे और कहाँ करें आवेदन?
PM SVANidhi Scheme के लाभ के लिए आवेदन करना एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है। आप अपने नज़दीकी सुविधा केंद्र पर या घर से व्यक्तिगत रूप से आवेदन कर सकते हैं। आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmsvanidhi.mohua.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, आवेदन सुविधा मोबाइल ऐप के ज़रिए भी उपलब्ध है। अगर आपको ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने में परेशानी हो रही है, तो आप अपने नज़दीकी बैंकिंग संवाददाता या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से संपर्क कर सकते हैं। आपके कागज़ात की समीक्षा होने के बाद आवेदन प्रक्रिया यहीं समाप्त हो जाएगी। सुनिश्चित करें कि आपके पास सभी ज़रूरी कागज़ात हैं और आवेदन जमा करने से पहले आपका मोबाइल नंबर आधार से जुड़ा हुआ है।
योजना का लाभ उठाने के लिए कौन पात्र है?
PM SVANidhi Scheme देश के उन सभी स्ट्रीट वेंडर्स के लिए उपलब्ध है जो शहरों और कस्बों में फुटपाथ, ठेले या छोटी दुकानों से अपना काम चलाते हैं। इसके लिए ज़रूरी है कि वेंडर 24 मार्च 2020 से पहले से सड़कों पर काम कर रहे हों। यह योजना उन लोगों के लिए तुरंत उपलब्ध है जिनका नाम नगर निकाय के सर्वे में है या जिनके पास नगर निकाय द्वारा जारी किया गया वेंडिंग सर्टिफिकेट है। अगर किसी वेंडर का नाम सर्वे में नहीं है, तो भी वह टाउन वेंडिंग कमेटी या यूएलबी (Urban Local Body) से अनुशंसा पत्र प्राप्त करके इस योजना से लाभ उठा सकता है। इसके अलावा, यह योजना महानगरों के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों के लिए भी खुली रहेगी जो शहर में आकर ठेले, रेहड़ी या अन्य छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू करते हैं।

