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PM Vishwakarma Scheme: हाथ के कारीगरों को देश में मिलेगी अलग पहचान, सरकार ने बनाई योजना

PM Vishwakarma Yojana:भारत सरकार की ऐसी कई सारी योजनाएं हैं, जिसमें आम जनता को अपने जरूरी कार्यों को पूरा करने के लिए लोन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती हैं. इन्हीं योजनाओं में से एक पीएम विश्वकर्मा योजना भी है, जो आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को लोन देती है.

बता दें कि 16 अगस्त, 2023 के दिन केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इन योजना को सफलतापूर्वक मंजूरी दे दी गई है. आइए जानते हैं कि पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है और कैसे इस स्कीम से लोगों को लोन मिलेगा.

पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है ? (What is PM Vishwakarma Yojana?)

केंद्रीय सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना में उन लोगों की मदद की जाएगी, जो अपने हाथों और औजारों से काम करते हैं. दरअसल, यह योजना देश के कारीगरों, शिल्पकारों के पारंपरिक कौशल व अभ्यास को बढ़ावा देती है. ताकि भारतीय लोग अपने हाथ के काम में आत्मनिर्भर बन सके और इसे अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें.

30 लाख परिवारों को मिलेगा लाभ

पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) पर मुहर लगने के बाद से देश के करीब 30 लाख लोगों को इसे लाभ प्राप्त होगा. इसमें बुनकरों, सुनारों, लोहारों, कपड़े धोने वाले श्रमिकों और नाई समेत पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को शामिल किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस योजना में लोन की राशि 5 साल की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रुपए की वित्तीय लागत आएगी.

जानकारी के लिए बता दें कि पीएम विश्वकर्मा योजना को देशभर में विश्वकर्मा जयंती (Vishwakarma Jayanti) के दिन यानी 17 सितंबर को लॉन्च कर दिया जाएगा. इस बात की जानकारी खुद कैबिनेट समिति में पीएम मोदी (PM Modi) ने दी.

5 प्रतिशत ब्याज दर की रियायत

इस योजना के तहत लोगों को पीएम विश्वकर्मा योजना में ‘पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र’ और आईडी कार्ड के माध्यम से एक अलग ही पहचान प्राप्त होगी. साथ ही इसमें लोगों को कम से कम 5 प्रतिशत तक ब्याज दर की रियायत भी प्राप्त होगी. इसके अलावा इस योजना में जनता को एक ही साथ में 1 लाख और 2 लाख रुपए तक ऋण मिलेगा.

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