Sugarcane Cultivation: गन्ने की इस सुपर वैरायटी की करें खेती, बंपर होगी पैदावार
Sugarcane Cultivation: खास तौर पर उत्तर प्रदेश का पश्चिमी क्षेत्र गन्ना बेल्ट के नाम से जाना जाता है। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बागपत, हापुड़ आदि जिलों में किसान बड़ी मात्रा में गन्ना उगाते हैं। लेकिन, अब देखने में आ रहा है कि किसान 0238 प्रजाति का गन्ना बीज इस्तेमाल कर रहे हैं, जो सबसे ज्यादा उत्पादन देता है। इसमें कई तरह की बीमारियां लग रही हैं, जिसमें रेड रॉट बीमारी (Red Rot Disease) को सबसे बड़ी बीमारी माना जा रहा है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए मीडिया टीम ने जिला गन्ना अधिकारी बृजेश कुमार पटेल से खास चर्चा की। आइए सुनते हैं उनकी बातें।

किसानों को नई प्रजातियों की ओर रुख करने की जरूरत है
जिला गन्ना अधिकारी बृजेश कुमार पटेल के अनुसार, अब किसानों को नई प्रजातियों (Varieties) के बारे में जानकारी दी जा रही है। उनके अनुसार, मेरठ और अन्य क्षेत्रों में किसान इस समय 0238 को काफी मात्रा में लगा रहे हैं। इसकी वजह इसका बेहतरीन उत्पादन है। लेकिन, यह लाल सड़न रोग से काफी ग्रसित है। ऐसे में, 0118, 15023, 13235, 14201, 16202, 17231, 18231 आदि नई प्रजातियों को किसानों के सामने पेश किया जा रहा है। ताकि किसान इन नई किस्मों के बीजों को बोकर अधिक पैदावार की ओर बढ़ सकें।
इन बीजों को अन्य उद्देश्यों के लिए भी लगाया जा सकता है
उनके अनुसार, मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती होने के कारण अब मेरठ में बड़ी संख्या में किसान नई प्रजातियां उगा रहे हैं। इसके लिए भी बड़ी मात्रा में बीजों की जरूरत होगी। ऐसे में जब किसान इस उत्पाद का इस्तेमाल करेंगे, तो यह भी संतुष्ट होगा। उनके अनुसार, जीरो 118 से भी किसानों को अब बहुत अच्छी पैदावार मिल रही है। साथ ही, इसके बीजों की मांग भी बढ़ रही है।
आप यहां कर सकते हैं संपर्क
आपको बता दें कि इन बीजों के बारे में किसानों को जानकारी देने के लिए कई सेमिनार भी आयोजित किए जा रहे हैं। साथ ही, गन्ने की खेती करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस बारे में भी किसानों को जानकारी दी जा रही है। कई गन्ना समितियों के विशेषज्ञों की टीमें किसानों (Teams Farmers) को सटीक और विस्तृत जानकारी देकर यह काम कर रही हैं। अगर आपको इसके अलावा कोई तकनीकी जानकारी चाहिए तो आप गन्ना समिति से संपर्क कर सकते हैं।