Mango Farming: आम के बागों के लिए बेहद खतरनाक है यह कीट, जानें कैसे करें बचाव…
Mango Farming: फलों के राजा आम का उत्पादन कांगड़ा क्षेत्र में बड़ी मात्रा में होता है। दसरी लंगड़ा चौंसा और आम्रपाली जैसे बेहतरीन किस्म के बड़े आम के बाग खास तौर पर नूरपुर विधानसभा सीट और आस-पास के इलाकों में प्रचलित हैं। ये बाग किसानों की आय का मुख्य स्रोत हैं। लेकिन इस बार, मौसम के नियमित उतार-चढ़ाव के कारण आम की फसल को प्रभावित करने वाली बीमारियों (Diseases) को लेकर उत्पादक अधिक चिंतित हैं।

इस वजह से, एजेंसी किसानों और बागवानों के साथ मिलकर समाधान खोजने का प्रयास कर रही है। साहित्य के अनुसार, चूसने वाले कीट छोटे कीड़े होते हैं जो आम की फसल को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इस बात की संभावना है कि आम की फसल सड़ सकती है क्योंकि यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि यह कितना नुकसान पहुंचाता है।
आम को इन बीमारियों से हो सकता है नुकसान
जैसा कि आप जानते हैं, आम को “फलों का राजा” कहा जाता है और यह अपने स्वाद और पौष्टिक तत्वों (Taste and Nutritional Elements) के कारण दुनिया भर में एक लोकप्रिय फल है। हालांकि, आम उगाना कई मुश्किलें पेश करता है, खासकर मुख्य बीमारियों और कीटों के कारण जो उत्पादकता को कम कर सकते हैं और फलों की गुणवत्ता को खराब कर सकते हैं। किसान आम के लिए उचित रोग और कीट नियंत्रण रणनीतियों का उपयोग करके अपनी फसलों की सुरक्षा कर सकते हैं और उच्च उपज प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, कुछ बीमारियां, जैसे आम एन्थ्रेक्नोज और विकृति, पूरी फसल को नष्ट कर सकती हैं।
बागवानी अधिकारी ने क्या कहा?
बागवानी अनुसंधान केंद्र जाच के निदेशक विपिन गुलेरिया के अनुसार नूरपुर, इंदौर और ऊना के कुछ क्षेत्र आम की खेती के लिए महत्वपूर्ण स्थान हैं। उनके अनुसार, किसानों को कभी-कभी गुच्छा रोग, सूखा रोग, यात्रा कीट आदि जैसी बीमारियों के बारे में जानकारी दी जाती है। इसके अलावा, किसानों को सटीक जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित (Training Programs Organized) किए जा रहे हैं। उनके अनुसार, एजेंसी समय-समय पर किसानों को जानकारी प्रदान करती है ताकि वे अपनी फसलों की सुरक्षा कर सकें।